अनाथ बाबा की तेरहवीं में 'मदद फाउंडेशन' का अनूठा मानवीय संकल्प: फुटपाथवासियों को भोज देकर निभाई अंतिम जिम्मेदारी - By Coverage India


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज 

प्रयागराज। समाज के अंतिम पायदान पर जीने वाले एक अनाथ बुजुर्ग की अचानक मौत के बाद भी मदद फाउंडेशन ने उनका साथ नहीं छोड़ा। 80 वर्ष से अधिक आयु के इस बुजुर्ग बाबा, जो फुटपाथ पर जीवन बिताते थे, की आत्मा की शांति के लिए संस्था ने रविवार को शोक सभा और तेरहवीं भोज का आयोजन किया। यह कार्यक्रम प्रयागराज के प्रसिद्ध पत्थर गिरजाघर के पीछे वाले फुटपाथ पर आयोजित किया गया, जहां आसपास के निराश्रित फुटपाथवासियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। यह नेक काम संस्था के मानवीय दृष्टिकोण का जीता-जागता उदाहरण बना।

बाबा पिछले साढ़े तीन वर्षों से मदद फाउंडेशन (Madad Foundation) की कृपा के पात्र थे। संस्था की टीम उन्हें निःशुल्क भोजन, पानी, चिकित्सा सुविधा और कपड़े उपलब्ध करा रही थी। एक रात अचानक उनके निधन की खबर मिलते ही फाउंडेशन ने दाह संस्कार से लेकर तेरहवीं तक की सारी जिम्मेदारी खुद संभाली। 

कार्यक्रम पत्थर गिरजाघर के पीछे वाले फुटपाथ पर निर्धारित समय पर शुरू हुआ। आसपास के फुटपाथवासी निराश्रितों को आमंत्रित कर सबसे पहले दिवंगत बाबा की फोटो पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कराई गई। सभी ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और दो मिनट का मौन रखा। इसके बाद शोक सभा में भाग लेने वाले सभी ने बाबा के जीवन की सादगी और संघर्ष को याद किया। तेरहवीं भोज में फुटपाथवासियों को भोजन परोसकर संस्था ने एक संदेश दिया कि कठिनाइयों में भी मानवता का बंधन कभी टूटना नहीं चाहिए।

संस्था के संस्थापक मंगला प्रसाद तिवारी ने बताया, "हमारी टीम पिछले कई वर्षों से 'रविवार की रसोई' के माध्यम से फुटपाथ पर रहने वाले निराश्रितों को निःशुल्क भोजन और पानी वितरित करती है। इनके स्वास्थ्य संबंधी सभी समस्याओं का समाधान भी हम ही करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह प्रयागराज जिले का पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसमें किसी फुटपाथ पर रहने वाले निराश्रित व्यक्ति के दिवंगत हो जाने के बाद उसका क्रिया कर्म और तेरहवीं किसी संस्था द्वारा किया गया। समाज के निचले पायदान पर बैठे हर उस व्यक्ति के लिए हम कार्यरत हैं, जिनका इस दुनिया में कोई सहारा नहीं। मदद फाउंडेशन ऐसे निराश्रितों के लिए सदैव खड़ा है।"

संस्था के जिलाध्यक्ष अरविंद पांडेय ने कहा, "हमारी संस्था के माध्यम से आज हम सभी यहां एकत्रित होकर बाबा की आत्मा की शांति के लिए शोक सभा और तेरहवीं भोज का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में फुटपाथ पर रहने वाले निराश्रितों को आमंत्रित किया गया, जिनके हाथों बाबा की फोटो पर पुष्प चढ़वाकर प्रार्थना की गई।" वहीं, प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह ने जोर देकर कहा, "यह कार्यक्रम समाज को यह संदेश देता है कि जिनका कोई नहीं, उनके लिए मदद फाउंडेशन हमेशा खड़ा रहेगा। हमारा मिशन है कि कोई भी जरूरतमंद अकेला न महसूस करे।"

मदद फाउंडेशन (Madad Foundation) की यह पहल न केवल एक अनाथ बुजुर्ग को सम्मान देने का माध्यम बनी, बल्कि समाज में करुणा और एकजुटता का प्रतीक भी। संस्था का यह प्रयास भविष्य में और अधिक निराश्रितों को प्रेरित करने वाला साबित होगा।

उपरोक्त कार्यक्रम में संस्था के संरक्षक पं कैलाश नाथ तिवारी, वरिष्ठ समाजसेवी एवं मदद फाउंडेशन के मार्गदर्शक दिनेश तिवारी, अवधेश निषाद, राष्ट्रीय महासचिव अमृता तिवारी, आशुतोष सिंह, संतोष तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह, प्रदेश महामंत्री हेमंत दुबे, जिलाध्यक्ष अरविंद पांडेय, जिलाध्यक्ष गंगापार आदर्श पाठक सहित दर्जनों सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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