काशी में गूंजा 'हर हर महादेव': शिव महापुराण कथा का भव्य समापन, भक्ति के सागर में डूबे हजारों भक्त - By Coverage India


काशी, वाराणसी कवरेज इंडिया 

धर्मनगरी काशी के हृदयस्थल, नियारडीह स्थित श्री वन शक्ति देवी धाम, में आयोजित सात दिवसीय शिव महापुराण कथा का समापन एक अविस्मरणीय दिव्य उत्सव के रूप में हुआ। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू धर्म गुरु एवं ऋषि सनातन संघ के संस्थापक-अध्यक्ष, पूज्य श्री रतन वशिष्ठ जी महाराज के ओजस्वी और ज्ञानवर्धक प्रवचनों ने श्रद्धालुओं को भक्ति के गहन सागर में डुबो दिया। यह पावन कथा 23 अक्टूबर को कलश यात्रा के साथ आरंभ हुई और 29 अक्टूबर को हवन-पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुई, जिसमें हजारों भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर शिव कृपा का लाभ उठाया।

पूज्य महाराज जी ने शिव महापुराण के गहन रहस्यों को अत्यंत सरल और सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया, जिसने श्रोताओं के हृदय में अमिट छाप छोड़ी। कथा के दौरान, उन्होंने रुद्राक्ष की महिमा, ग्रहों की सृष्टि और जीवन पर उनके प्रभाव, द्वादश ज्योतिर्लिंगों की कथा, भगवान शिव-पार्वती विवाह, गणेश-कार्तिकेय के जन्म की लीला, गंगा की पावनता, और भक्त उपमन्यु के चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। महाराज जी के हृदयस्पर्शी भजनों से पूरा धाम भक्ति रस से सराबोर हो उठा। इस दौरान, बाल व्यास रुद्र जी महाराज के कथा वाचन को भी श्रोताओं द्वारा खूब सराहा गया। समापन अवसर पर महाराज श्री रतन वशिष्ठ जी ने कहा, "शिव महापुराण केवल कथा नहीं, यह जीवन का दर्शन है। यह हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति से जीवन की हर बाधा को पार किया जा सकता है।" कथा के सात दिनों तक खराब मौसम और अचानक हुई वर्षा के बावजूद श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भारी भीड़ उमड़ी, जो शिव के प्रति भक्तों की अटूट आस्था और सनातन धर्म की मजबूत जड़ों का प्रमाण है।

वर्षा से प्रभावित भंडारे का भव्य आयोजन

कथा समापन के तुरंत बाद 29 अक्टूबर को प्रस्तावित विशाल भंडारा, अचानक हुई मूसलाधार वर्षा के कारण स्थगित करना पड़ा था। हालांकि, आज 3 नवंबर (सोमवार) को धाम परिसर में पुनः भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि अनुमानित 5,000 से 7,000 श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया और पूज्य महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस विशाल भंडारे को सनातन एकता का प्रतीक बताया गया, जहां सभी ने मिलकर भोजन किया और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं।

गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाई शोभा

इस पावन आयोजन में काशी-पूर्वांचल के अनेक प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं, जिन्होंने पूज्य महाराज जी से आशीर्वाद ग्रहण किया और कथा की सफलता पर हर्ष व्यक्त किया। प्रमुख अतिथियों में स्थानीय विधायक श्री टी. राम जी, जिन्होंने कथा को सामाजिक एकता का सशक्त माध्यम बताया, सामाजिक कार्यकर्ता श्री आशीष चौबे जी, ऋषि सनातन संघ के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अभिषेक मित्रा जी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विजय जायसवाल जी, तथा प्रदेश प्रवक्ता श्री ज्योत्सना राय जी शामिल थे। इसके अतिरिक्त, अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री कृपाशंकर यादव जी और शिष्य परिकर के सदस्य जैसे श्री अनिल चौबे, धीरज चौबे, अजय सिंह, अनुराग सिंह, नीलेश तिवारी जी, मीडिया प्रभारी श्री अजय दुबे जी, तथा जौनपुर इकाई के पदाधिकारीगण भी मौजूद रहे। इन प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति ने न केवल आयोजन की गरिमा को बढ़ाया, बल्कि ऋषि सनातन संघ की काशी क्षेत्र में बढ़ती पैठ और धार्मिक आयोजनों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। ऋषि सनातन संघ के तत्वावधान में संपन्न हुई यह कथा, काशी क्षेत्र में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुई है और संगठन ने भविष्य में और वृहद धार्मिक आयोजनों की घोषणा भी की है।

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