कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज
प्रयागराज, 24 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में बीती रात एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया। सिविल लाइंस क्षेत्र के हर्ष होटल के पास, पत्थर गिरजाघर के निकट पुलिस चौकी धरना स्थल पर रात 10:30 बजे एक पत्रकार की निर्मम हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 50 वर्षीय पत्रकार एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू के रूप में हुई है, जिन्हें एक पुराने विवाद के चलते चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना ने न केवल पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ा दी, बल्कि शहर में अपराध और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए।
हत्याकांड की रात: क्या हुआ उस खौफनाक पल में?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात के सन्नाटे में हर्ष होटल के पास अचानक चीख-पुकार मच गई। पत्रकार एल.एन. सिंह पर एक युवक, जिसकी पहचान विशाल के रूप में हुई, ने अचानक चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। बताया जाता है कि विशाल ने गुस्से में आकर सिंह को कई बार चाकू मारा, जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। आसपास के लोग तुरंत उन्हें स्वरूप रानी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने एक घंटे तक उनकी जान बचाने की कोशिश की। लेकिन गहरे जख्मों और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
विवाद की जड़: एक दिन पुरानी रंजिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस हत्याकांड की जड़ एक दिन पहले हुए किसी विवाद में छिपी है। बताया जा रहा है कि एल.एन. सिंह और विशाल के बीच किसी बात को लेकर तीखी नोकझोंक हुई थी, जिसने विशाल के मन में बदले की आग भड़का दी। इस रंजिश ने उसे इतना उग्र कर दिया कि उसने सुनियोजित ढंग से पत्रकार की हत्या की साजिश रची और रात के अंधेरे में अपने मंसूबों को अंजाम दे दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: मुठभेड़ में आरोपी गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही प्रयागराज पुलिस हरकत में आ गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तत्काल एक विशेष टीम गठित की, जिसने महज एक घंटे के भीतर आरोपी विशाल को धर दबोचा। लेकिन यह गिरफ्तारी इतनी आसान नहीं थी। पुलिस के अनुसार, विशाल ने भागने की कोशिश की और उसने पुलिस पर हमला करने का प्रयास किया, जिसके जवाब में पुलिस को गोली चलानी पड़ी। इस मुठभेड़ में विशाल के दोनों पैरों में तीन गोलियां लगीं, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वर्तमान में उसका इलाज पुलिस हिरासत में चल रहा है।
पत्रकारिता जगत में शोक, उठ रहे सवाल
एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू एक जाने-माने पत्रकार थे, जो अपनी निष्पक्ष और बेबाक पत्रकारिता के लिए क्षेत्र में पहचाने जाते थे। उनकी हत्या ने पत्रकारिता जगत में शोक की लहर पैदा कर दी है। कई पत्रकार संगठनों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, इस घटना ने शहर में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। क्या यह हत्या केवल व्यक्तिगत रंजिश का नतीजा थी, या इसके पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र है? यह सवाल जांच का विषय बना हुआ है।
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि विशाल और सिंह के बीच पुरानी रंजिश थी, लेकिन पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं इस हत्याकांड के पीछे कोई और कारण तो नहीं। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू और अन्य सबूत बरामद किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही, आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है ताकि घटना की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो सके।
शहर में दहशत, जनता में आक्रोश
इस घटना ने प्रयागराज के सिविल लाइंस जैसे व्यस्त और कथित रूप से सुरक्षित इलाके में भी अपराध की बढ़ती घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि इतनी बड़ी वारदात पुलिस चौकी के पास ही कैसे हो गई। लोग प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग कर रहे हैं।
क्या है इस कहानी का अगला मोड़?
यह हत्याकांड न केवल एक पत्रकार की दुखद मौत की कहानी है, बल्कि यह समाज में बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता की ओर भी इशारा करता है। पुलिस की मुठभेड़ और आरोपी की गिरफ्तारी ने भले ही तात्कालिक कार्रवाई की तस्वीर पेश की हो, लेकिन इस मामले में कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं। क्या विशाल अकेले इस हत्या को अंजाम देना चाहता था, या इसके पीछे कोई और ताकत काम कर रही थी? आने वाले दिनों में पुलिस की जांच से इस सस्पेंस से भरे मामले का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।
नोट : इस घटना से संबंधित कोई भी नई जानकारी सामने आने पर पुलिस और स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। पत्रकारिता और समाज की सुरक्षा के लिए हम सभी को एकजुट होने की जरूरत है।
