कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू धर्मगुरु और ज्योतिषाचार्य पूज्य श्री रतन वशिष्ठ जी महाराज के नेतृत्व में स्थापित ऋषि सनातन संघ, अब न सिर्फ भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहा है। साल 2023 में अपने वास्तविक स्वरूप में आने के बाद, यह संघ तेजी से सनातन सिद्धांतों और पद्धतियों को जानने-समझने के इच्छुक लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
हाल ही में, नेपाल में संघ की गतिविधियों को विस्तार देने के लिए, काठमांडू निवासी विशाल चौलगाई को नेपाल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
संघ में नई नियुक्तियां
संगठन के विस्तार के साथ-साथ, कई प्रमुख पदों पर नई नियुक्तियां भी की गई हैं। इन नियुक्तियों में शामिल हैं:
अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री: श्री कृपाशंकर यादव
राष्ट्रीय सेना प्रमुख: श्रीमान पंकज दुबे
उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी: श्री अभिषेक जोशी और श्री अजय दुबे
महाराष्ट्र संगठन मंत्री: श्री जयंती प्रसाद तिवारी
स्वास्थ्य प्रमुख: डॉ. संदीप दुबे
प्रचार मंत्री: श्री अनिल पांडेय, श्री राजकुमार शर्मा, और श्री उमेश कुमार सिंह
जौनपुर जिलाध्यक्ष: श्री सुभाष सिंह
महासचिव: श्री विनय मिश्रा
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष: श्री विजय जायसवाल
राष्ट्रीय महासचिव: श्री सरिता दुबे
वाराणसी मंडल प्रभारी: श्री अम्बोज कुमार दुबे
मुंबई संगठन मंत्री: श्री रामकुमार चौरसिया
विधिक सलाहकार: श्री अजय शंकर पांडेय और श्री शिवशंकर पांडेय
महिला मंडल प्रभारी (वाराणसी): वर्षा सिंह
सनातन मूल्यों के लिए समर्पित संघ
ऋषि सनातन संघ सनातन संस्कृति और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। संघ द्वारा आयोजित की जाने वाली गतिविधियों में श्रीराम कथा, शिव कथा, और भागवत कथा जैसे धार्मिक अनुष्ठान शामिल हैं। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अभियान, गौशाला और गुरुकुलों की स्थापना, तथा ज्योतिष और पुराणों का अध्ययन भी संघ के उद्देश्यों का हिस्सा है।
संघ समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय है, जैसे गरीबों को भोजन कराना, जरूरतमंदों की मदद करना और गरीब बेटियों के विवाह में सहयोग करना। इन सभी कार्यों में से कुछ निरंतर जारी हैं, जबकि कुछ भविष्य की योजनाओं में शामिल हैं।
संघ की सदस्यता के लिए कोई शुल्क नहीं है। पदाधिकारी अपनी स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग कर सकते हैं। संघ में अभी भी हजारों पद खाली हैं, और सभी सनातनी लोगों को इससे जुड़कर सनातन धर्म की सेवा करने के लिए आमंत्रित किया गया है।