कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो कानपुर।
कानपुर, उत्तर प्रदेश। 'हैवानियत' की हदें पार कर देने वाली एक 'वारदात' ने कानपुर के जाजमऊ इलाके में सभी को स्तब्ध कर दिया है। जहाँ 'बचपन' खेलने-कूदने की उम्र में ही 'दरिंदगी' का शिकार हो गया। सिर्फ 5 रुपए के 'तुच्छ' लालच में, 10 और 13 साल के दो नाबालिग लड़कों ने 6 साल की एक मासूम बच्ची के साथ 'दुष्कर्म' किया।
यह 'भयानक' घटना बुधवार शाम को हुई। पीड़ित बच्ची अपने घर के पास खेल रही थी, जब उसके ही पड़ोसी लड़कों ने उसे अपनी 'हवस' का शिकार बनाया। उन बच्चों ने मासूमियत का फायदा उठाकर उसे 5 रुपए का लालच दिया और एक सुनसान घर में ले गए। दर्द से 'चीखती-चिल्लाती' बच्ची किसी तरह घर लौटी और उसने अपने परिजनों को आपबीती बताई।
पुलिस ने तत्काल 'कार्रवाई' करते हुए दोनों 'नाबालिग' आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। बच्ची को गंभीर हालत में काशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसका इलाज और मेडिकल जांच चल रही है।
यह 'घटना' न सिर्फ कानूनी तौर पर एक 'जघन्य' अपराध है, बल्कि यह हमारे समाज के उस 'अंधेरे' पहलू को भी दिखाती है, जहाँ 'मासूमियत' भी सुरक्षित नहीं है। यह सोचने पर मजबूर करती है कि जब 'बच्चे' ही ऐसे 'घिनौने' अपराधों में शामिल होने लगें, तो हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है? क्या यह घटना हमारे 'पतन' की एक भयावह 'निशानी' है?
