विजय मिश्रा। कवरेज इंडिया भदोही।
भदोही जनपद की क्राइम ब्रांच व कोतवाली गोपीगंज, भदोही, दुर्गागंज की संयुक्त टीम ने तीन गैंग लीडर के सरगना सहित कुल 5 शातिर अंतर्जनपदीय अपराधियों को गिरफ्तार किया है।ये सभी अपराधी प्रदेश के विभिन्न जनपदों में शराब की दुकानों की कटिंग कर शराब चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। जिसमें प्रयुक्त एक चोरी की टवेरा, तीन मोटर साइकिल के साथ शटर कटिंग के विभिन्न उपकरण और पिस्टल व तमंचा कारतूस बरामद किया गया है। सभी अपराधी 7 जनपदों के सरकारी दुकानों से चोरी की गई 911 अंग्रेजी शराब की विभिन्न ब्रांड की बोतलें, पांच-पांच लीटर के प्लास्टिक के गैलन में कुल 25 लीटर शराब के साथ साथ लूट, चोरी, नकबजनी, एनडीपीएस, आर्म, गुंडा, गैंगस्टर सहित उनके विरुद्ध 5 दर्जन से अधिक मुकदमे विभिन्न जनपदों में पंजीकृत हैं। पकड़े गए अभियुक्तों के नाम रामचंद्र मौर्य उर्फ नेता ग्राम कोलुआ, पांडेपुर थाना सुरियावां भदोही, राम चंद्र मौर्या पुत्र गुंनराज मौर्य ग्राम कटेबना थाना ज्ञानपुर जनपद भदोही व रेहान उर्फ मुन्ना पुत्र बल्ले उर्फ शौकत अली निवासी जंगीगंज थाना गोपीगंज भदोही, मोहम्मद जीशान पुत्र तौकीर निवासी वार्ड नंबर 8 नहर के पास कस्बा घोसिया,थाना औराई जनपद भदोही,और अनीस बिंद पुत्र मुकेश कुमार निवासी बड़ा कोईलरा थाना गोपीगंज जनपद भदोही सहित फरार अभियुक्तों के नाम अजय हरिजन समदहिया,मुसहरान बस्ती, थाना सरांय ममरेज प्रयागराज तथा विपुल सिंह पुत्र नरेंद्र सिंह निवासी उस्तापुर थाना झूंसी प्रयागराज बताये गये हैं। अपराधियों को बीती रात 10:34 बजे विजय मिश्रा के प्लाट भाग ग्राम धनापुर के पास से गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्त आईआर गैग-3 का सरगना रामचंद्र मौर्य उर्फ नेता ने बताया कि हम लोगों का एक संगठित गुनाह है। हमारे गैंग का मुख्य काम अंग्रेजी और देसी शराब तथा बीयर की दुकानों का शटर काटकर रुपए चोरी करना है। चूंकि हमारे गैंग के लगभग सभी सदस्यों को भदोही पुलिस द्वारा वर्ष 2020-21 में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद हमारा गैंग प्रयागराज, प्रतापगढ़ ,रायबरेली, लखनऊ, जौनपुर, सुल्तानपुर, वाराणसी आदि जनपदों में सक्रिय चोरी की घटनाओं को लगातार अंजाम देते रहे।हम सभी लोग एक निश्चित स्थान पर मेरे गैंग के अन्य सदस्य रेहान, अजय हरिजन, रामचंद्र एकत्र होते हैं, एवं सक्रिय सदस्य मोहम्मद जीशान जो अपने साथी अनीस बिंद के सहयोग से टवेरा गाड़ी छुपा कर खड़ा करता है। उसको लेकर उस स्थान पर पहुंच जाता है । वाहन में दुकानों के शटर तोड़ने एवं कटिंग के सभी उपकरण मौजूद होते हैं। तत्पश्चात हम लोग रात में किसी एक जनपद की तरफ निकल जाते हैं । और पूरे रास्ते में शराब की दुकानों की रेकी करते हुए शराब की दुकानों का शटर ताला काटकर दुकान से शराब की पेटियां नगदी, और चोरी कर अपनी चार पहिया गाड़ी में रख कर फरार हो जाते हैं। अपने साथ सुरक्षा के लिए अवैध असलहा भी रखते हैं , ताकि आवश्यकता पड़ने पर सामने वाले को भयभीत कर भागने में सफल हो सके। बेचने के जो नगदी प्राप्त होता है उसे हिस्सेदारी के रूप में आपस में बांट लेते हैं तथा अपने व अपने परिवार के सुख सुविधा में खर्च करते हैं।