}(document, "script")); यूपी में योगी सरकार अब नहीं देगी मुफ्त राशन, 15 करोड़ लोगों पर असर

यूपी में योगी सरकार अब नहीं देगी मुफ्त राशन, 15 करोड़ लोगों पर असर


कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क

Uttar Pradesh: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रदेश सरकार द्वारा आवंटित राशन का कार्डधारकों को अब भुगतान करना होगा. जुलाई माह का राशन वितरण 25 से 31 अगस्त के बीच बांटा जाएगा जिसके तहत लाभार्थियों को गेहूं दो रुपये तथा चावल तीन रुपये प्रति किलो की दर से दिया जाएगा. हालांकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में अभी मुफ्त में ही राशन बांटा जाएगा.

प्रदेश में माह में दो बार मुफ्त राशन बंट रहा था. एक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रदेश सरकार द्वारा नियमित राशन वितरण तो दूसरा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना मे अब एक योजना में कार्ड धारकों को राशन का पैसा देना होगा. इस योजना में प्रदेश सरकार ने पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी है. जुलाई माह का राशन 25 अगस्त से 31 अगस्त के बीच बांटा जाएगा. इसके लिए कार्डधारकों को गेहूं 2 रुपये प्रति किलो व चावल 3 रुपये प्रति किलो की दर से दिया जाएगा. सभी जिला पूर्ति अधिकारियों को भी भी इस संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.

केंद्र की योजना का मिलेगा लाभ

यूपी में योगी सरकार लोगों को 2020 में कोरोना की पहली लहर के समय से ही मुफ्त राशन दे रही थी. पहले ये स्कीम मार्च तक लागू थी. लेकिन योगी सरकार बनते ही इसके जुन तक बढ़ा दिया गया था. वहीं बताया जाता है कि जून महीने का नमक, रिफाइन तेल और राशन कई जगहों पर मुफ्त में नहीं बंट पाया था. जिसे अब अगस्त के अंतिम सप्ताह में बांटा जाएगा.

बताया जाता है कि यूपी में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत दिया जाने वाला राशन सितंबर तक जारी रहेगा. हालांकि बताया जाता है कि यूपी सरकार द्वारा दिया जा रहा राशन अभी दो महीने से कई जगहों पर नहीं दिया गया है. इस संबंध में यूपी सरकार द्वारा नोटिस जारी कर दिया गया है. जिसमें बताया गया है कि अंत्योदय कार्डधारकों को 14 किलो गेंहू और 21 किलो चावल दिया जाएगा. वितरण के दौरान विक्रेता केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा.

15 करोड़ लोगों पर असर

24 अगस्त 2022 की तारीख तक उत्तर प्रदेश में राशन कार्डधारकों की संख्या 3.59 करोड़ है. इसमें पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारकों की संख्या 3.18 करोड़ है और अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या 40.92 लाख है. दोनों तरह के राशनकार्ड पर आश्रितों की संख्या 14.94 करोड़ है.

पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को 5 किलो राशन (2 किलो गेहूं और 3 किलो चावल) और अंत्योदय कार्ड धारकों को 35 किलो राशन (14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल) दिया जाता है. यही राशन कोविड के दौरान सरकार मुफ्त में दे रही थी, जो अब 2 रुपये प्रति किलो गेहूं और 3 रुपये प्रति किलो चावल के हिसाब से मिलेगा.

वहीं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत सितंबर तक प्रति व्यक्ति हर महीने 5 किलो राशन मिलना जारी रहेगा. केंद्र सरकार ने इस योजना को अप्रैल 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान शुरू किया था. इसकी समय सीमा कई बार बढ़ाई गई. केंद्र के मुताबिक इससे देश भर में 80 करोड़ लोगों को लाभ मिल रहा है.

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