}(document, "script")); धूप व उमस से बढ़ा संक्रामक बीमारी का खतरा

धूप व उमस से बढ़ा संक्रामक बीमारी का खतरा

 


कवरेज इण्डिया के लिए भदोही से नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट

बारिश के बाद तीखी धूप होते ही उसम का प्रकोप बढ़ गया है। उसम भरी से गर्मी लोग व्याकूल हो जा रहे हैं। मौसम की मार से लोग संक्रामक बीमारी की चपेट में फंसते जा रहे हैं। सेहत के प्रति थोड़ी सी लापरवाही हमें अस्पताल पहुंचा सकती है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में सोमवार को इमरजेंसी वार्ड और न‌ए ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिली। उल्टी, सर्दी, बुखार व त्वचा से पीड़ित मरीज इलाज को अस्पताल पहुंच रहें हैं। चिकित्सकों की मानें तो मानसून ने हाजिर लगा दी है। बारिश से बीमारी का मौसम शुरू हो गया है। मच्छर काटने से लोग सर्दी, बुखार, मलेरिया, डायरिया, व टाइफाइड बीमारी की चपेट में फंस जा रहे हैं। 

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अस्पतालों में इन दिनों मरीजों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। बारिश के मौसम में खास एहतियात बरतने की जरूरत है। इन दिनों सर्दी, बुखार, मलेरिया, डायरिया, टाइफाइड व उल्टी-दस्त के ज्यादा मरीज आ रहे हैं। किसी काम वस घर से बाहर निकल रहे हैं तो विशेष सावधानी बरतें। मलेरिया होने पर ठंड महसूस होता। तेज बुखार व सिर दर्द होने लगता है। बुखार उतरने पर पसीना आता है। कमजोरी महसूस होती है। वहीं डेंगू, बीमारी में तेज बुखार आता है। आंखें लाल होने लगती है। डेंगू दो से चार दिन रहता है। हथेली व पैर लाल होने लगते हैं। शरीर में फफोले पड़ने लगते हैं और गंभीर हाल में नाक व मसूड़ों से खून आने लगता है। एसे में पूरा एहतियात बरतनी की जरूरत है।

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