कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो लखनऊ
लखनऊ/प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड के साथ अब 'कोहरे की चादर' ने जनजीवन को अपनी चपेट में ले लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ताजा बुलेटिन जारी करते हुए चेतावनी दी है कि राज्य में अगले 7 दिनों तक (31 दिसंबर तक) घना से बहुत घना कोहरा छाया रहेगा। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में शीत लहर (Cold Wave) और 'कोल्ड डे' की स्थिति बनने से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है।
इन जिलों में 'रेड' और 'ऑरेंज' अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश के वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ, कानपुर और आगरा जैसे प्रमुख शहरों में अगले 48 से 72 घंटों के दौरान बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश: मेरठ, बरेली, अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर में दृश्यता (Visibility) 50 मीटर से भी कम रह सकती है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश: गोरखपुर, बस्ती और तराई के इलाकों में सुबह के समय विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच सकती है, जिससे यातायात पर गहरा असर पड़ने की आशंका है।
तापमान में आएगी भारी गिरावट
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 25 दिसंबर के बाद से राज्य के अधिकतर जिलों में न्यूनतम तापमान 5°C से 7°C के बीच पहुंच सकता है। रात के साथ-साथ अब दिन के तापमान में भी गिरावट आएगी, जिससे 'कोल्ड डे' जैसी स्थिति बनी रहेगी। ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण गलन और बढ़ेगी।
यातायात और स्वास्थ्य पर असर
यातायात: घने कोहरे के कारण लखनऊ-दिल्ली एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और एनएच-2 पर वाहनों की रफ्तार थमने की आशंका है। रेलवे और हवाई सेवाओं पर भी इसका सीधा असर पड़ सकता है।
स्वास्थ्य: डॉक्टरों ने बच्चों और बुजुर्गों को सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। कोहरे के साथ प्रदूषण का स्तर (AQI) बढ़ने से सांस के मरीजों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
प्रशासन की तैयारी
कोहरे की चेतावनी को देखते हुए परिवहन विभाग ने रात के समय बसों के संचालन में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। वहीं, जिला प्रशासनों को प्रमुख चौराहों पर अलाव की व्यवस्था करने और रैन बसेरों को सुदृढ़ करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
