मधुमय एजुकेशनल एवं रिसर्च फाउंडेशन ने 2025 के लिए अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय शैक्षणिक सम्मान कार्यक्रम की घोषणा की - By Coverage India


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो। शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले आचार्यों, शिक्षकों और विद्वानों के लिए एक नया अवसर खुल गया है। मधुमय एजुकेशनल एवं रिसर्च फाउंडेशन (MEARF) ने वर्ष 2025 के लिए अपने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय शैक्षणिक सम्मान कार्यक्रमों की औपचारिक घोषणा कर दी है। यह पहल देश-विदेश के शिक्षाविदों को वैश्विक मंच प्रदान करेगी, जहां उनके कार्यों को न केवल सम्मानित किया जाएगा, बल्कि शिक्षा के भविष्य को नई दिशा देने की प्रेरणा भी मिलेगी।

फाउंडेशन के अनुसार, यह कार्यक्रम ज्ञान-आधारित भारत के निर्माण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। MEARF के निदेशक मंडल ने बताया कि इन सम्मानों का उद्देश्य उन व्यक्तियों को प्रोत्साहित करना है, जिन्होंने अपनी विद्वता, समर्पण और अभिनव सोच से शिक्षा को समाज परिवर्तन का मजबूत माध्यम बनाया है।

प्रमुख सम्मान कार्यक्रम

इस वर्ष फाउंडेशन द्वारा तीन प्रमुख पुरस्कारों की घोषणा की गई है, जो शिक्षण और अनुसंधान के विभिन्न आयामों को कवर करेंगे:

1. इंटरनेशनल एक्सिलेंस अवार्ड 2025: यह सम्मान शिक्षा एवं अनुसंधान के अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देगा। वैश्विक स्तर पर योगदान देने वाले विद्वानों के लिए यह एक प्रतिष्ठित मंच साबित होगा।

2. नेशनल एक्सिलेंस अवार्ड 2025: भारतीय शिक्षा जगत में उत्कृष्ट सेवाओं, नवाचारों और योगदानों को पहचान देने के लिए डिजाइन किया गया यह राष्ट्रीय सम्मान देश के शिक्षाविदों के लिए विशेष महत्व रखता है।

3. राधाकृष्णन टीचर इनोवेशन अवार्ड 2025: शिक्षण पद्धति में नवाचार, रचनात्मक मॉडल और प्रभावी कक्षा प्रबंधन में उत्कृष्टता दिखाने वाले शिक्षकों के लिए यह समर्पित पुरस्कार है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में नामित यह अवार्ड शिक्षकों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का माध्यम बनेगा।

MEARF के एक अधिकारी ने कहा, "ये सम्मान केवल पुरस्कार नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन की प्रेरणा हैं। हमारा लक्ष्य है कि हर योग्य शिक्षाविद् इस वैश्विक मंच का हिस्सा बने और अपने कार्यों से भारत को शिक्षा का केंद्र बनाएं।"

आवेदन प्रक्रिया

आवेदन की प्रक्रिया 1 दिसंबर 2025 से शुरू हो चुकी है और अंतिम तिथि 31 मार्च 2026 है। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन प्रपत्र (प्रोफॉर्मा) https://www.mearf.info/award लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं। फाउंडेशन ने सभी योग्य आचार्यों, शोधकर्ताओं, अध्यापकों और विद्वानों से आग्रह किया है कि वे समय सीमा के भीतर आवेदन जमा करें। चयन प्रक्रिया पारदर्शी और विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा पर आधारित होगी।

यह घोषणा शिक्षा समुदाय में उत्साह का विषय बनी हुई है, खासकर तब जब भारत वैश्विक शिक्षा हब बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। अधिक जानकारी के लिए फाउंडेशन की वेबसाइट पर जाएं या सीधे संपर्क करें।

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