प्रयागराज: एनयूजे ने कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग - By Coverage India


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज 

प्रयागराज: नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे) प्रयागराज ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च में संगठन के पदाधिकारियों, सदस्यों, शहर के पत्रकारों, समाजसेवियों और आम नागरिकों ने हिस्सा लिया। कैंडल मार्च शाम 7 बजे पत्थर गिरजाघर से शुरू होकर सुभाष चौराहे पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर समाप्त हुआ, जहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। 

आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश

श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने भारत सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की और इसे जड़ से खत्म करने का आह्वान किया। एनयूजे ने स्पष्ट किया कि पूरा देश सरकार के आतंकवाद विरोधी अभियान के साथ मजबूती से खड़ा है। सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष कुंदन श्रीवास्तव ने की, जबकि संचालन संगठन मंत्री अखिलेश शुक्ला ने किया। प्रमुख वक्ताओं में संरक्षक पवन द्विवेदी, परवेज आलम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश श्रीवास्तव और प्रवक्ता मनीष द्विवेदी शामिल रहे।

आतंकवाद पर कड़ा प्रहार जरूरी: वक्ता

संरक्षक पवन द्विवेदी ने कहा, "कब तक हम अपनों की लाशें देखते रहेंगे? अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का समय है।" परवेज आलम ने जोर देकर कहा कि निर्दोष पर्यटकों की हत्या का जवाब देना जरूरी है और सरकार जो भी कठोर कदम उठाएगी, देश उसका समर्थन करेगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश श्रीवास्तव ने कहा कि अब एक भी भारतीय की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और सरकार को हर स्तर पर सख्ती बरतनी चाहिए। प्रवक्ता मनीष द्विवेदी ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद देशभर में गुस्सा है और जनता आतंकियों को सबक सिखाने की मांग कर रही है। कोषाध्यक्ष असद कुरैशी ने कहा कि आतंकियों ने देश के सीने को छलनी किया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

राष्ट्रीय एकता का संदेश

जिला अध्यक्ष कुंदन श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि पहलगाम हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। उन्होंने कहा, "हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पत्रकार, चिकित्सक, व्यापारी, समाजसेवी, राजनेता, सत्ता और विपक्ष—सभी एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ही आवाज गूंज रही है—आतंकवाद का अंत हो।" उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकियों का मकसद देश की एकता को तोड़ना था, लेकिन भारत की जनता ने एकजुट होकर दुनिया को बता दिया कि हमारी एकता अटूट है।

कैंडल मार्च में शामिल प्रमुख लोग

कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा में पवन द्विवेदी, परवेज आलम, उमेश श्रीवास्तव, कुंदन श्रीवास्तव, डॉ. सुधाकर पांडेय, चित्रांशी यादव, धमेंद्र कुमार श्रीवास्तव, बिरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जिया सिद्दीकी, बृजेश कुमार केसरवानी, वी.के. यादव, अखिलेश शुक्ला, मनीष द्विवेदी, असद कुरैशी, मधुर दरबारी, राम बाबू, रंजीत निषाद, इरफान खान, शिव पांडेय, सौरभ कुमार, आदर्श, अनूप रावत, शनि केसरी, मो. नसीम, देवाशीष श्रीवास्तव, राजीव कुमार सिंह, शिव जी मालवीय, नफीस अहमद, शीतला प्रसाद तिवारी, जितेंद्र कुमार सिंह, मुकेश कुमार गुप्ता, मनोज कुमार, आनंद श्रीवास्तव, सत्यम निषाद, शेखर, आदर्श, बृजेंद्र कुमार सिंह, अमित श्रीवास्तव, अशरफ अली, शुभम मालवीय, गौरव त्रिपाठी, अरुण श्रीवास्तव, अभय पांडेय, सरदार पतविंदर सिंह, अनिल सिंह, संतोष सिंह, राजेश थापर, सिद्धार्थ सिन्हा सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल रहे।

आतंकवाद के खिलाफ संकल्प

एनयूजे प्रयागराज ने इस अवसर पर संकल्प लिया कि आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई में वे हर कदम पर सरकार और जनता के साथ हैं। संगठन ने सरकार से अपील की कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए कठोर और त्वरित कदम उठाए जाएं, ताकि देश में शांति और एकता बनी रहे।

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