}(document, "script")); भारत ने पाकिस्तान पर फिर की Surgical Strike, 12 से 15 कमांडो ने दिया मिशन को अंजाम; सात से आठ आतंकी ढेर

भारत ने पाकिस्तान पर फिर की Surgical Strike, 12 से 15 कमांडो ने दिया मिशन को अंजाम; सात से आठ आतंकी ढेर


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो।

गगन कोहली, राजौरी। भारतीय सेना ने एक बार फिर दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारा है। इस बार हमारे जांबाजों ने राजौरी व पुंछ जिलों के मध्य से नियंत्रण रेखा के पार जाकर गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटली के नकयाल में सक्रिय आतंकियों के चार लांचिंग पैड को पूरी तरह तबाह कर दिया। सर्जिकल स्ट्राइक में सात से आठ आतंकियों की मौत

लगभग ढाई किलोमीटर अंदर घुसकर की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक में सात से आठ आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। इनमें कुछ बैट के सदस्य भी हो सकते हैं। वहीं, हमारे सभी जांबाज सकुशल लौट आए हैं।


शनिवार रात को की गई सर्जिकल स्ट्राइक

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को पक्की सूचना मिली थी कि एलओसी के पार इन लांचिंग पैड में पिछले कुछ दिनों से भारतीय क्षेत्र (पुंछ व राजौरी जिलों) में किसी बड़े हमले की योजना तैयार की जा रही है। इन लांचिंग पैड पर पाकिस्तानी सेना, उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ और बैट टीम की हलचल भी बढ़ गई थी। इससे पहले कि दुश्मन अपने नापाक मंसूबे को अंजाम देता, भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर न केवल पूरे षड्यंत्र को विफल कर दिया बल्कि साफ संदेश भी दे दिया कि भारत अपनी सीमा के पास आतंकी गतिविधियां नहीं पनपने देगा। हालांकि सेना ने अभी सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि नहीं की है। सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यह सर्जिकल स्ट्राइक शनिवार रात को की गई। 


सर्जिकल स्ट्राइक को छिपाने की कोशिश करेगा पाकिस्तान

अभी तक इसपर पाकिस्तान की चुप्पी बताती है कि वह कितना डरा हुआ है। यकीनन, उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले के बाद वायुसेना की बालाकोट एयर स्ट्राइक की तरह इस बार नकयाल में हुई कार्रवाई को भी पाकिस्तान छिपाने की पूरी कोशिश करेगा।


इस बीच, समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटली जिले के पुलिस अधीक्षक रियाज मुगल ने कहा है कि भारतीय सेना की गोलीबारी में खेत में काम कर रहे एक बुजुर्ग की मौत हुई है। इस बयान से साफ है कि पाकिस्तान इस बार भी अपनी आतंकी गतिविधियों को छिपाने का प्रयास कर रहा है।


12 से 15 कमांडो ने मिशन को दिया अंजाम

सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना की स्पेशल फोर्स के 12 से 15 कमांडो ने पैदल राजौरी के तरकुंडी सेक्टर और पुंछ के भिंभर गली के मध्य से पैदल एलओसी पार की। हमारे कमांडो रात को पूरी सतर्कता के साथ आगे बढ़े और करीब ढाई किलोमीटर अंदर गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटली जिला के नकयाल में आतंकियों के चार लांचिंग पैड पर धावा बोल दिया। आतंकियों और बैट के सदस्यों को आंख झपकने का भी मौका नहीं मिला।


सर्जिकल स्ट्राइक पूरी तरह रहा सफल

बता दें कि पाकिस्तान ने अपनी सेना और आतंकियों को मिलाकर बैट टीम बनाई है, जो सीमा के पास सक्रिय रहती है और मौका पाकर हमला करती है। जब तक पाकिस्तानी सेना सक्रिय होती, हमारे सभी जांबाज आपरेशन पूरा कर अपनी सीमा में लौट आए। इस सर्जिकल स्ट्राइक को पूरी तरफ सफल माना जा रहा है।


राजौरी-पुंछ में दहशत फैलाने की साजिश

पाकिस्तानी सेना की शह पर आतंकी सीमावर्ती राजौरी और पुंछ में दहशत फैलाने की लगातार साजिश रच रहे हैं। पिछले दो वर्ष में राजौरी और पुंछ में आतंकी दर्जन भर वारदात को अंजाम दे चुके हैं। इसी वर्ष 20 अप्रैल को आतंकियों ने पुंछ में सेना के ट्रक पर हमला कर उसमें आग लगा दी थी। इसमें पांच जवान बलिदान हो गए थे। इसके बाद पांच मई को सेना ने राजौरी के कंडी क्षेत्र के जंगल में सर्च आपरेशन चलाया था।


इस दौरान गुफाओं ने छिपे आतंकियों ने अचानक हमला बोल दिया। इसमें हमारे पांच पैरा कमांडो बलिदान हो गए थे। इन हमलों की जिम्मेवारी पीपुल्स एंटी फासिस्ट फोर्स ने ली थी। इसे जैश का ही मुखौटा संगठन माना जाता है। इसके अलावा घुसपैठ के भी आए प्रयास हो रहे हैं।


मुंह तोड़ जवाब

भारत ने एक और सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान और विश्व को साफ संदेश दिया है कि हम न तो अपनी सीमा के पास किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों को पनपने देंगे और न ही भारत के खिलाफ रचे जाने वाले षड्यंत्र को कामयाब होने देंगे।


उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक

जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी दस्ते ने आइएसआइ के इशारे पर 18 सितंबर, 2016 को उड़ी में सेना के शिविर पर हमला किया था। इस हमले में हमारे 19 जवान बलिदान हो गए थे, हालांकि चारों आतंकी भी मार गिराए गए थे। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 29 सितंबर की रात नियंत्रण रेखा के तीन किलोमीटर अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया और आतंकियों के अड्डों को तबाह कर दिया। इस कार्रवाई में 25 पैरा कमांडो शामिल हुए जबकि 150 कमांडो नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी की किसी भी हिमाकत का जवाब देने के लिए डटे हुए थे।


बालाकोट एयर स्ट्राइक

14 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान परस्त जैश आतंकियों ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर पुलवामा के पास आत्मघाती हमला किया था। हमले में 40 जवान बलिदान हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को विश्वास दिलाते हुए कहा था कि वह (पाकिस्तान) बड़ी गलती कर चुके हैं, उन्हें इसका पूरा हिसाब देना पड़ेगा।

Source: Dainik jagran 

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