}(document, "script")); माघ मेला में धर्म का ज्ञान बांट रहीं महिला संत, जगा रही सनातन धर्म की अलख

माघ मेला में धर्म का ज्ञान बांट रहीं महिला संत, जगा रही सनातन धर्म की अलख

 


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज।

प्रयागराज। समाज के सभी वर्गों में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में महिला साधु संत मोक्ष की राह दिखा रही हैं। मेला क्षेत्र में कई साध्वियां ऐसी हैं जो सनातन धर्म की अलख जगा रही हैं। वहीं, महिला संतों के मुख से कथा प्रवचन सुनने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ भी उनके पंडालों में जुट रही हैं, साथ ही महिला संतों के प्रवचन की सराहना भी कर रही हैं। ऐसी ही एक महिला संत मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के ननिहाल , छत्तीसगढ़ की पावन भूमि के वैष्णव परिवार में जन्मी साध्वी अन्नपूर्णा माता जी इन दिनों प्रयागराज में हैं जहां उनके श्री मुख से सात दिवसीय रामकथा का आयोजन झूसी प्रयागराज के गंगोली शिवाला स्थित प्राचीन शिव मंदिर में हो रहा है। कथा के 5 वे दिन गुरुवार को राम कथा का आयोजन हुआ। कथा वाचक साध्वी अन्नपूर्णा माता ने श्री राम अवतार का सार सुनाया तो लोग भाव विभोर हो गए। कथा सुनाते हुए उन्होने कहा कि श्रीराम का अवतार मनुष्य के रूप में हुआ था। उन्होंने अपने चरित्र बल से भगवान की उपाधि प्राप्त किया था। कहा कि मानव में चरित्र बल उत्तम होने पर पशु पक्षी भी उनके अनुगामी हो जाते हैं। मनुष्य को अधर्म से सदा बच कर रहना चाहिए। रावण भगवान शिव का भजन पूजन कर पूरा साम्राज्य तैयार कर लिया, लेकिन अधर्म के मार्ग पर चलने के कारण उसका सर्वनाश हो गया। इसलिए भौतिकवाद की तरफ दौड़ने के बजाय चरित्र की तरफ ध्यान देना चाहिए। श्रीराम कथा की अमृतमयी कथा से सारे भक्त भाव विभोर हो गए। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में प्रश्न राम कथा का रसपान किया। गौरतलब है कि साध्वी अन्नपूर्णा शारदा पीठ धर्मनगरी मैहर की पीठाधीश्वर भी है।

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