फोटो - प्रतीकात्मक |
कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क
लखनऊ: प्रदेश के बरेली जिले के बहेड़ी कोतवाली में उस समय हड़कंप मच गया।जब एक महिला सिपाही के कारण दो सिपाही आपस में भिड़ गए।बात इतनी बढ़ी कि दारोगा की सर्विस रिवाल्वर से एक सिपाही ने मुंशी कार्यालय में फायरिंग कर दी, जिसके बाद कोतवाली में अफरा तफरी का माहौल हो गया। वहीं, इस घटना के बाद से थाने के अन्य पुलिस कर्मियों ने मामले को शान्त कराया और मामले को दबाने में लग गए,लेकिन जैसे मामले की जानकारी एसएसपी बरेली को लगी तो उन्होंने इस मामले में दो इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया और मामले की जांच सीओ बहेड़ी को दे दी है।
दरअसल, ये मामला बरेली जिले में स्थित बहेड़ी कोतवाली का है।जहां पर एक महिला सिपाही को लेकर दो सिपाहियों में बहस हो गई। वहीं, बहस इतनी बड़ गई कि एक सिपाही ने मुंशी कार्यालय में दरोगा की सर्विस रिवाल्वर से फायरिंग कर दी।
इश्क और अवैध वसूली का क्या है कनेक्शन
मिली जानकारी के मुताबिक, थाने में मौजूद सिपाही मोनू जोकि मुंशी के पद पर तैनात है, जिसका थाने में एक महिला सिपाही से प्रेम-प्रसंग चल रहा है, जबकि दूसरा सिपाही योगेश चंचल जिसकी तैनाती बहेड़ी पुलिस चौकी पर है और अवैध वसूली में बहेड़ी में काफी बदनाम हो गया। इस अवैध वसूली के कारण थाने के अन्य पुलिस कर्मी भी उससे परेशान हो गए है।
जानिए क्या हैं पूरा मामला?
इसी अवैध वसूली में से मोनू सिपाही भी अपना हिस्सा मांगता था, जिसके कारण दोनो सिपाहियों में काफी समय से मनमुटाव चल रहा था। जहां सोमवार को एक मोटरसाइकिल की जानकारी के लिए योगेश चंचल सिपाही, मोनू के कमरें पर पहुंच गया। जहां पर पहले से ही मोनू महिला सिपाही के साथ मौजूद था।ऐसे में अचानक योगेश के कमरे में आने से मोनू सिपाही ने योगेश का हाथ पकड़कर थाने के मुंशी कार्यालय पर ले आया। जहां पर दोनों में बहस होने लगी।हालांकि, देखते देखते ही मोनू सिपाही ने थाने में जमा दरोगा के सर्विस रिवाल्वर से गोली चला दी।और दूसरी गोली चलाने के रिवाल्वर को योगेश के ऊपर तान दी। गनीमत ये रही कि गोली रिवाल्वर में फंसी रह गई और गोली नही चल सकी। अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
SSP बरेली ने मामले की जांच DSP बहेड़ी को सौंपी
बता दें कि,दोनों सिपाहियों में अवैध वसूली के रुपए को लेकर विवाद चल रहा था। वहीं, महिला सिपाही से मोनू के साथ प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई तो योगेश उससे बार बार किसी भी बात झगड़ा करने लगता था। वहीं, जब थाने के अंदर से गोली चलने की आवाज़ आई तो अफरा तफरी का माहौल हो गया था।ऐसे में थाने के अन्य पुलिस कर्मी मामले को दबाने में जुट गए थे।मगर, जब मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हुई।तो उन्होंने एसपी क्राइम मुकेश सिंह को रात में ही थाने भेज कर मामले की जानकारी हासिल की, जिसके बाद एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से बहेड़ी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यतेंद्र भड़ाना ,निरीक्षक अपराध अनिल कुमार,सहित पांच पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया।साथ ही मामले की जांच-पड़ताल डीएसपी बहेडी डॉ तेजवीर सिंह को दे दी गई है।