}(document, "script")); प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशवमौर्य, कहा - एफडीआर तकनीकि से सड़कों के निर्माण की लागत में आएगी कमी, गुणवत्ता में भी होगी वृद्धि

प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशवमौर्य, कहा - एफडीआर तकनीकि से सड़कों के निर्माण की लागत में आएगी कमी, गुणवत्ता में भी होगी वृद्धि


कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क प्रयागराज

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गुरूवार को प्रयागराज के सर्किट हाउस के सभागार में ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास, ग्रामीण अभियंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर, सार्वजनिक उद्यम एवं राष्ट्रीय एकीकरण विभाग के अधिकारियों के साथ विभागों से सम्बंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।

आवास योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आवास योजनाओं से पात्रों को लाभान्वित कराये जाने में कोई भी शिकायत नहीं प्राप्त होनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह शिकायत संज्ञान में आयी है कि कुछ लोगो को पहले पात्र दिखाकर उनको आवास योजना से लाभान्वित किया गया, परंतु जांच में उन्हें अपात्र पाये जाने पर उनसे वसूली की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने ऐसे जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए है, जिन्होंने आवास योजनाओं में अपात्रों को योजना का लाभ पहुंचाया है।

हर घर जल योजना की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली, जिसपर सम्बंधित अधिकारी के द्वारा बताया गया कि 837 ग्रामों में पानी की टंकी बनायी जानी है, जिसमें से 263 टंकियों के डीपीआर तैयार हो गया है, जिसपर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर को नल से जोड़ने का कार्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने योजना को तीव्र गति के साथ पूरा कराये जाने के लिए कहा है, जिससे की हर अमीर, गरीब, दलित, पिछड़े सभी को योजना से जोड़कर उनके घरों तक नल के द्वारा साफ पीने का पानी उपलब्ध कराया जा सके।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना(पीएमजीएमवाई) फेज-3 के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने ‘‘फुल डेफ्थ रिक्लेमेशन’’ पर आधारित सड़कों के निर्माण के बारे में जानकारी ली। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों द्वारा उपमुख्यमंत्री को बताया गया कि एफडीआर तकनीक से 25 सड़क स्वीकृत किए गए है, जिनमें 2 सड़कों पर कार्य प्रगति पर है, शेष कार्य को जल्द से जल्द शुरू कराया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से एफडीआर तकनीक के बारे में भी जानकारी ली, जिसपर अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि इस तकनीकि में पूर्व में बनी सड़क को डिस्मेंटल कर सीमेंट तथा केमिकल डालकर अत्याधुनिक मशीनों का प्रयोग करते हुए बिना किसी नयी गिट्टी का प्रयोग करें ही सड़कों की चौड़ाई बढ़ा दी जाती है। इस तकनीक से बने सड़कों की लाइफ लगभग 10 वर्ष होती है साथ अन्य सड़कों के निर्माण की अपेक्षा लागत भी 20 प्रतिशत कम आती है। इस तकनीक का प्रयोग करके हनुमानगंज से फूलपुर तक सड़क का निर्माण किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने एफडीआर तकनीकि की प्रशंसा की।

अमृत सरोवर योजना के तहत ग्रामों में तालाब खोदाई कार्यों की समीक्षा करते हुए उपमुख्मयंत्री ने कहा कि हर ब्लाक में एक मॉडल तालाब का निर्माण करें। उन्होंने तालाब के निर्माण को पर्यटन की दृष्टि से कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने तालाब के आस-पास फलदार वृक्ष लगाये जाने के साथ ही पीपल, बरगद, जामुन, नीम सहित अन्य वृक्षों को भी लगाये जाने के लिए कहा है। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी मा0 जनप्रतिनिधिगणों से अमृत सरोवर के तहत कराये जा रहे तालाब के निर्माण कार्य की मानीटरिंग करने के लिए भी कहा है। एनआरएलएम के कार्यों की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने जनपद कों स्वयं सहायता समूहों के गठन में अग्रणी बनाना है। उन्होंने इसके लिए तीव्र गति से समूहों का गठन करने के लिए कहा है, जिससे की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को इस समूह के माध्यम से जोड़कर उनकों स्वावलम्बी बनाया जा सके।

 उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समूहों की आमदनी को बढ़ाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित करने का कार्य करें। विशेष अभियान चलाकर समूह का गठन करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पैसे की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। मनरेगा के अन्तर्गत कराये जाने वाले कार्यों की समीक्षा करते हुए उमुख्यमंत्री ने मनरेगा के अन्तर्गत संचालित योजनाओं से सम्बंधित सभी कार्यों का हर ब्लाकों में बोर्ड लगाकर दर्शायें जाने के लिए कहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ब्लाकों में कराये जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता के साथ कोई भी समझौता नहीं होना चाहिए। गुणवत्ता सम्बंधी शिकायत प्राप्त होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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