शिव सागर मौर्य। कवरेज इंडिया प्रयागराज
प्रयागराज जनपद के विकासखंड भगवतपुर क्षेत्र ग्राम सभा मर्दानपुर में सामुदायिक शौचालय स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाया गया जिसमें एक गरीब महिला को साफ सफाई के लिए नियुक्त किया गया। गरीब महिला अपनी ईमानदारी से शौचालय में साफ सफाई का ध्यान समय से समय पर रखा। और उसको समूह के तरफ से 2 बार वेतन भी दिया गया। पहली बार में फरवरी 2021 को 2180 रू दिया गया। उसके बाद दूसरी बार में 23 दिसंबर 2021 20000/रू दिया गया। गरीब सफाई कर्मी महिला कि वेतन देख कर ग्राम प्रधान की आंखें फूट गई। और सफाई कर्मी के ऊपर दबाव बनाने लगा कि आधा वेतन मुझे दो नहीं तो तुम्हारे मास्टर पेरोल पर हस्ताक्षर नहीं करूंगा। और हटा दूंगा। आधा वेतन न देने पर ग्राम प्रधान से हुआ विवाद जब अगले दिन सफाई कर्मी महिला पहुंची तो ग्राम प्रधान ने कहा कि तुम्हे काम करने की कोई जरूरत नहीं है।
तुम्हें हटा दिया गया है।सफाई कर्मी महिला को ना कोई नोटिस और ना कोई सूचना और ना ही सिंगरेटरी व ग्राम प्रधान मास्टर पेरोल पर कर रहे हैं। हस्ताक्षर आखिर सफाई कर्मी महिला का वेतन जाता कहां है। क्योंकि कागजों पर आज भी महिला साफ-सफाई शौचालय में कर रही है और उसके नाम से वेतन कौन ले रहा है। क्या जिला अधिकारी महोदय इस मामले को संज्ञान में लेंगे और ऐसे भ्रष्ट ग्राम प्रधान व सिंगरेटरी के ऊपर कार्रवाई करेंगे या फिर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देंगे।