"ब्रोकली: सुपरफूड या साइलेंट किलर? डॉक्टर ने खोला 4 गंभीर समस्याओं का राज!"

कवरेज इंडिया हेल्थ डेस्क 

ब्रोकली को अक्सर सुपरफूड के रूप में जाना जाता है, जो अपनी पोषकता और स्वास्थ्य लाभों के लिए मशहूर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह हरी सब्जी कुछ लोगों के लिए जहर का काम कर सकती है? एम्स के पूर्व कंसलटेंट और प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बिमल झाजर ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि चार विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए ब्रोकली का सेवन न केवल हानिकारक हो सकता है, बल्कि यह उनकी स्थिति को और गंभीर बना सकता है। आइए, इन समस्याओं और ब्रोकली के खतरों को विस्तार से समझते हैं।

1. थायरॉइड की समस्या

डॉ. झाजर के अनुसार, ब्रोकली में गोइट्रोजन्स (Goitrogens) नामक तत्व पाए जाते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि के कार्य को प्रभावित कर सकते हैं। ये तत्व आयोडीन के अवशोषण को बाधित करते हैं, जिससे थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन कम हो सकता है। हाइपोथायरॉइडिज्म या थायरॉइड से संबंधित अन्य समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए ब्रोकली का अत्यधिक सेवन उनकी स्थिति को और जटिल बना सकता है। डॉ. झाजर सलाह देते हैं कि ऐसे मरीजों को ब्रोकली का सेवन सीमित करना चाहिए और अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

2. गैस और ब्लोटिंग

ब्रोकली में मौजूद उच्च मात्रा में फाइबर और रैफिनोज (Raffinose) जैसी जटिल शर्करा पाचन तंत्र के लिए चुनौती बन सकती हैं। ये तत्व पेट में गैस, ब्लोटिंग और अपच का कारण बनते हैं, खासकर उन लोगों में जिनका पाचन तंत्र संवेदनशील है। डॉ. झाजर बताते हैं कि जिन लोगों को पहले से ही इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) या गैस की समस्या है, उनके लिए ब्रोकली का सेवन असहजता को बढ़ा सकता है। ऐसे में ब्रोकली को पूरी तरह पकाकर खाने से इसके प्रभाव को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।

3. एलर्जी की संभावना

कुछ लोगों को ब्रोकली से एलर्जी हो सकती है, जो त्वचा पर चकत्ते, खुजली या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के रूप में प्रकट हो सकती है। डॉ. झाजर के अनुसार, ब्रोकली में मौजूद कुछ प्रोटीन और यौगिक संवेदनशील व्यक्तियों में एलर्जिक प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकते हैं। जिन लोगों को अन्य क्रूसिफेरस सब्जियों (जैसे गोभी या फूलगोभी) से एलर्जी है, उन्हें ब्रोकली का सेवन सावधानी से करना चाहिए और किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

4. किडनी स्टोन का खतरा

ब्रोकली में ऑक्सलेट्स (Oxalates) की मात्रा अधिक होती है, जो किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकती है। डॉ. झाजर बताते हैं कि ऑक्सलेट्स मूत्र में कैल्शियम के साथ मिलकर क्रिस्टल बना सकते हैं, जो किडनी स्टोन का कारण बनते हैं। जिन लोगों को पहले से किडनी स्टोन की समस्या है या जिन्हें इसका खतरा है, उन्हें ब्रोकली का सेवन कम करना चाहिए। इसके अलावा, पर्याप्त पानी पीना और ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थों को संतुलित मात्रा में लेना इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

विशेषज्ञ की सलाह

डॉ. बिमल झाजर ने जोर देकर कहा कि ब्रोकली एक पौष्टिक सब्जी है, लेकिन इसका सेवन हर किसी के लिए लाभकारी नहीं हो सकता। उन्होंने सुझाव दिया कि कोई भी नया खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करने से पहले विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं। ब्रोकली को पूरी तरह से अपनी डाइट से हटाने की बजाय, इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से (जैसे अच्छी तरह पकाकर) खाने की सलाह दी जाती है।

निष्कर्ष

यह खुलासा निश्चित रूप से उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो ब्रोकली को बिना सोचे-समझे अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं। सुपरफूड के रूप में मशहूर ब्रोकली का सेवन सावधानी और जानकारी के साथ करना जरूरी है। यदि आपको उपरोक्त में से कोई भी स्वास्थ्य समस्या है, तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें और अपनी डाइट को उनकी सलाह के अनुसार संशोधित करें। 

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