कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने गर्मियों के मौसम में यात्रियों को झटका देते हुए अपनी सभी एयर-कंडीशन्ड (AC) बसों के किराए में 10% की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह नया किराया 1 मई 2025 से लागू होगा, जिससे जनरथ, शताब्दी, स्कैनिया और वॉल्वो जैसी प्रीमियम AC बसों में सफर करना और महंगा हो जाएगा।
क्यों बढ़ा किराया?
परिवहन विभाग ने इस फैसले के पीछे बढ़ती परिचालन लागत (ऑपरेशनल कॉस्ट), ईंधन की कीमतों में उछाल और बसों के रखरखाव पर होने वाले अतिरिक्त खर्च को प्रमुख कारण बताया है। UPSRTC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमारी कोशिश है कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं, लेकिन लागत में वृद्धि के कारण किराया समायोजन जरूरी हो गया था।"
यात्रियों पर असर
यह बढ़ोतरी ऐसे समय में आई है, जब गर्मी के चलते AC बसों की मांग चरम पर होती है। लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों, खासकर दिल्ली, जयपुर, आगरा और वाराणसी जैसे प्रमुख रूट्स पर सफर करने वालों को अब ज्यादा किराया चुकाना होगा। उदाहरण के लिए, लखनऊ से दिल्ली के लिए वॉल्वो बस का किराया, जो पहले लगभग 1400 रुपये था, अब करीब 1540 रुपये हो सकता है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
किराया वृद्धि की खबर से यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है। लखनऊ के एक नियमित यात्री रमेश सिंह ने कहा, "गर्मियों में AC बसें ही राहत देती हैं, लेकिन अब जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। सरकार को आम आदमी की जेब का भी ख्याल रखना चाहिए।" वहीं, कुछ यात्रियों का कहना है कि अगर सुविधाओं में सुधार हो, जैसे समय पर बसें, बेहतर सीटें और साफ-सफाई, तो वे बढ़े हुए किराए को स्वीकार कर सकते हैं।
क्या हैं विकल्प?
किराया वृद्धि के बाद कई यात्री निजी बस ऑपरेटरों या ट्रेनों की ओर रुख कर सकते हैं, लेकिन रोडवेज की व्यापक कनेक्टिविटी और विश्वसनीयता के चलते इसके यात्रियों की संख्या पर ज्यादा असर पड़ने की संभावना कम है। हालांकि, परिवहन निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि गैर-AC बसों के किराए में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।
आगे क्या?
UPSRTC ने संकेत दिए हैं कि वह भविष्य में बसों की संख्या बढ़ाने और इलेक्ट्रिक बसों को बेड़े में शामिल करने की योजना बना रहा है, ताकि पर्यावरण-अनुकूल और किफायती यात्रा विकल्प उपलब्ध कराए जा सकें। तब तक, यात्रियों को गर्मियों की ठंडी यात्रा के लिए अपनी जेब और ढीली करनी होगी।