}(document, "script")); पहली ही बरसात में टपकने लगी रामलला मंदिर की छत, रामपथ भी धंस गया

पहली ही बरसात में टपकने लगी रामलला मंदिर की छत, रामपथ भी धंस गया


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो 

अयोध्या राम मंदिर निर्माण कार्य गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, पहली बरसात में ही जहां रामलला विराजमान है वहां पानी टपकने लगा है। इसका खुलासा और किसी ने नहीं मंदिर के मुख्य पुजारी ने किया है।

राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने राम मंदिर के निर्माण कार्य पर बोलते हुए कहा कि जुलाई 2025 में काम का पूरा होना असंभव है. इसके साथ ही उन्होंने एक और बड़ा खुलासा किया है. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, श्जहां रामलला विराजमान हैं, वहां पहली ही बारिश में पानी टपक रहा है जिस पर ध्यान देना होगा। उन्होंने बताया- शनिवार रात 2 से 5 बजे तक तेज बारिश हुई। इसके बाद मंदिर के गर्भगृह के सामने मंडप में 4 इंच तक पानी भर गया। मंदिर के अंदर लोगों को डर था कि कहीं बिजली का करंट न उतर आए। इसलिए सुबह 4 बजे होने वाली आरती टार्च की रोशनी में करनी पड़ी। सुबह 6 बजे की आरती भी ऐसे ही हुई। आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा- गर्भगृह के अलावा भी जो छोटे मंदिर बने हैं, वहां भी पानी भर गया है। इस पर ध्यान देना चाहिए कि जो बना है, उसमें क्या कमी रह गई? एक तो राम मंदिर से बारिश का पानी निकलने की जगह नहीं है। ऊपर से पानी भी चूने लगा, इससे अव्यवस्था हुई। अयोध्या में शनिवार-रविवार की रात 67 डड बारिश हुई, जिससे पूरे शहर में जगह-जगह पानी भर गया। सड़कें धंस गईं। 6 महीने पहले बने अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की करीब 20 मीटर लंबी बाउंड्री वॉल भी ढह गई।

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