}(document, "script")); NCR द्वारा आयोजित राजभाषा पखवाड़ा में महाप्रबंधक ने 103 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किया पुरस्कृत

NCR द्वारा आयोजित राजभाषा पखवाड़ा में महाप्रबंधक ने 103 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किया पुरस्कृत


कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क प्रयागराज

Prayagraj : उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के अधिकारी क्लब स्पंदन के सभागार में महाप्रबंधक प्रमोद कुमार द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर राजभाषा पखवाड़ा के मुख्य समारोह एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रमोद कुमार ने कहा कि हिंदी सिर्फ एक भाषा ही नहीं, बल्कि हमारी सांस्‍कृतिक धरोहर का माध्‍यम है। हिंदी उन राष्ट्रीय मूल्यों की प्रतीक है जो हमें अपनी समृद्ध विरासत और राष्ट्रीय आंदोलन से प्राप्त हुए हैं। ये हमारे संविधान की मूल भावना को प्रदर्शित करते हैं। इन्‍हीं कारणों से हिंदी को राजभाषा का संवैधानिक दर्जा दिया गया और आज पूरे देश की संपर्क भाषा और जन भाषा के रूप में हिंदी विविधता में एकता की संकल्पना को परिलक्षित करती है। श्री प्रमोद कुमार ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे का संपूर्ण कार्यक्षेत्र साहित्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत का गढ़ रहा है। यह क्षेत्र सुविख्यात हिंदी साहित्यकारों की जन्मस्थली अथवा कर्मस्थली रही है और इस क्षेत्र में हिंदी समृद्ध और परिष्कृत हुई है। प्रयागराज को तो साहित्य एवं संस्कृति की राजधानी भी कहा जाता है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है कि हमें ऐसी महान कर्मभूमि से जुड़ने का सुअवसर हमें प्राप्त हुआ है। 

यह संपूर्ण कार्यक्षेत्र सूर, तुलसी, मैथिलीशरण गुप्त, महावीर प्रसाद द्विवेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा और हरिवंश राय बच्चन जैसे साहित्यकारों के रचना कर्म से सुवासित विशिष्ट साहित्यिक अंचल है, इसलिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का नैतिक दायित्व है कि हम पूरी कर्तव्य भावना के साथ अपने सभी कार्यों में हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग करें। इस अवसर पर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक शशिकांत सिंह ने कहा कि हमारा देश विविध भाषाओं एवं बोलियों वाला विशाल देश है। इन सभी भाषाओं में हिंदी का संवैधानिक एवं राष्ट्रीय दृष्टि से विशिष्ट महत्व है। श्री सिंह ने उत्तर मध्य रेलवे में राजभाषा के प्रयोग-प्रसार के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि कंप्‍यूटरों पर हिंदी में काम-काज बढ़ाने के लिए निरंतर हिंदी कार्यशालाए, कुंजीयन कार्यशालाएं, हिंदी के प्रख्यात साहित्यकारों की जयंती के अवसर पर संगोष्ठियाँ, साहित्यिक कार्यक्रम, महत्वपूर्ण अवसरों और आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं एवं आजादी के साहित्य पर प्रदर्शनी लगाई गई और मुख्यालय में कवि सम्मेलन एवं लोक विधा आल्हा गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक द्वारा प्रतियोगिताओं के विजेता और हिंदी में उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाले 103 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पुरस्‍कार प्रदान किया गया। 

महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक बिप्लव कुमार, महाप्रबंधक के सचिव एवं उपमहाप्रबंधक अजय सिंह तथा अन्य अधिकारियों को मुख्यालय की राजभाषा पत्रिका रेल संगम में उनके विशिष्ट लेख के लिए प्रश्स्ति पत्र और मुख्य बिजली इंजीनियर/ईईएम अनुपम सिंहल, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त रवीन्द्र वर्मा सहित अन्य अधिकारियों को हिंदी में अधिकाधिक डिक्टेशन के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने लोको पायलट अवधेश कुमार विश्वकर्मा के काव्य संग्रह ‘रेल उद्गार’ का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में सभी प्रमुख विभागाध्‍यक्षों सहित बड़ी संख्‍या में अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन चन्‍द्र भूषण पाण्‍डेय, वरिष्‍ठ राजभाषा अधिकारी ने किया तथा उप मुख्‍य राजभाषा अधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने